हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता श्रीराम लागू (Shriram Lagoo) का 92 वर्ष की आयु में निधन
92 साल के अभिनेता श्रीराम लागू का आज पुणे के अस्पताल में निधन हो गया. श्रीराम लागू का गुरुवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा.
Hindi cinema actor Shriram Lagoo passed away at private hospital in Pune: जाने माने अभिनेता श्रीराम लागू का मंगलवार को 92 वर्ष की उम्र में पुणे के दीनानाथ मंगेशकर हॉस्पिटल (Deenanath Mangeshkar Hospital) में निधन हो गया। उनका गुरुवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा। अभिनेता के साथ-साथ वे एक मझे हुए थियेटर कलाकार थे। वह पिछले कुछ समय से बीमार थे। खास बात ये है कि जितना उनके अभिनय को फिल्मों में सराहा गया उससे कहीं अधिक थियेटर के विकास में उनके योगदान को लेकर उनकी प्रशंसा होती थी.

श्रीराम लागू (Shriram Lagoo) का जन्म महाराष्ट्र के सतारा जिले में हुआ था. उन्होंने मेडिकल की पढ़ाई की और एमबीबीएस की डिग्री हासिल की. मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने थियेटर करना शुरू कर दिया था. वे प्रोग्रेसिव ड्रैमेटिक एसोसिएशन से जुड़े. उन्होंने मुंबई यूनिवर्सिटी से ENT सर्जरी में डिग्री हासिल की और 6 साल तक पुणे में प्रैक्टिस की. इसके बाद एडिशनल ट्रेनिंग के लिए वे कनाडा और इंग्लैंड भी गए. भारत वापस आने के बाद उन्होंने पुणे में प्रॉपर प्रैक्टिस शुरू की. इसके बाद उन्होंने एक्टिंग के क्षेत्र में कदम रखा.
डॉ. लागू प्रसिद्ध नाटक नट सम्राट के पहले हीरो थे। इस नाटक को प्रसिद्ध लेखक कुसुमाग्र ने लिखा था। इस नाटक में उनके अभिनय को आज भी याद किया जाता है। नट सम्राट नाटक में उन्होंने अप्पासाहेब बेलवलकर की भूमिका निभाई थी, जिसे मराठी थिएटर के लिए मील का पत्थर माना जाता है। इस नाटक में अपने शानदार अभिनय के बाद उन्हें नट सम्राट कहा जाने लगा। अभिनेता नसरुद्दीन शाह ने एक बार कहा था कि श्रीराम लागू की आत्मकथा ‘लमाण’ किसी भी एक्टर के लिए बाइबल की तरह है।
श्रीराम लागू ने अपने फिल्मी करियर में 100 से ज्यादा हिंदी और मराठी फिल्मों में काम किया।
श्रीराम लागू (Shriram Lagoo) ने अपने फिल्मी करियर में 100 से ज्यादा हिंदी और 40 से ज्यादा मराठी फिल्मों में काम किया। अपने करियर में श्रीराम ‘आहट: एक अजीब कहानी’, ‘पिंजरा’, ‘मेरे साथ चल’, ‘सामना’, ‘दौलत’, हेरा फेरी, मंजिल, थोड़ी सी बेवफाई, लावारिस, श्रीमान श्रीमती, विधाता, सदमा और इंसाफ जैसी कई फिल्मों में नजर आए। 1978 में फिल्म घरौंदा के लिए डॉ. लागू को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के फिल्मफेयर पुरस्कार से नवाजा गया।

मिला है बेस्ट एक्टर का फिल्मफेयर अवॉर्ड
निजी जीवन की बात करें तो उन्होंने दीपा लागू से शादी की थी. दीपा खुद भी थियेटर और फिल्मों से जुड़ी हुई थीं. इस शादी से उन्हें 2 बेटे थे और एक बेटी थी. अपने अभिनय के लिए श्रीराम लागू को कई दफा सम्मानित भी किया गया. उन्हें घरौंदा फिल्म के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर के फिल्म फेयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया. इसके अलावा साल 1997 में उन्हें कालीदास सम्मान और साल 2010 में उन्हें संगीत नाटक अकेडमी के फेलोशिप अवॉर्ड से सम्मानित किया गया. भले ही ये बेमिसाल शख्सियत अब हमारे बीच नहीं रहा मगर शानदार अभिनय की वजह से उन्हें हमेशा याद किया जाएगा.
अभिनेता श्रीराम लागू के निधन (Shriram Lagoo passed away) पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और नितिन गडकरी ने दुख जताया है. जावड़ेकर ने ट्वीट कर कहा, ”महान कलाकार श्रीराम लागू को मेरी श्रद्धांजलि. हमने एक बहुमुखी व्यक्तित्व को खो दिया है. अद्वितीय थिएटर अभिनेता ने सिल्वर स्क्रीन पर अपना दबदबा बनाया और प्रभाव पैदा किया. वह एक सामाजिक कार्यकर्ता भी थे.”
वैचारिक भान असलेले प्रयोगशील रंगकर्मी म्हणून डॉ. लागूंचा मोठा प्रभाव कलाक्षेत्रावर आहे. जुन्याजाणत्यांपासून ते होतकरू कलावंतापर्यंत सर्वांना त्यांचा आधार वाटायचा. त्यांच्या निधनाने महाराष्ट्र एका प्रतिभासंपन्न अभिनेत्याला पारखा झाला. त्यांना भावपूर्ण श्रद्धांजली! pic.twitter.com/2KjzKkia80
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) 17 December 2019
My tributes to all time great artist Shreeram Lagoo. We have lost a versatile personality. A unique theatre actor dominated silver screen and created impact. He was social activists simultaneously.
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) 17 December 2019
ज्येष्ठ अभिनेते श्रीराम लागू यांच्या निधनाने मराठी नाट्यसृष्टीचे कधीही भरून न निघणारे नुकसान झाले आहे. पिंजरा, सामना यांसारखे चित्रपट आणि नटसम्राट, हिमालयाची सावली यांसारख्या अजरामर नाटकांमधून त्यांनी मराठी चित्रपट-नाट्यसृष्टी जीवंत केली. माझी डॉ लागू यांना विनम्र श्रद्धांजली.
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) 17 December 2019
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