अब फ्रांस ने पाकिस्तानियों के खिलाफ उठाया ये बड़ा कदम
एक बार फिर फ्रांस (France) ने यह साबित कर दिया है कि वो मुस्लिम देशों के आगे घुटने टेकने वाले नहीं है. फ्रांस ने पाकिस्तान (Pakistan) की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शुजा पाशा (Ahmad Shuja Pasha) सहित पाकिस्तानी के 183 नागरिकों का विजिटर वीजा रद्द कर दिया है (France cancels Visitor Visa of 183 Pakistani citizens) फ्रांस के राष्ट्पति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) ने इस कार्रवाई को सीधे तौर पर पाकिस्तानी के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की फ्रांस विरोधी बयानबाजी से जोड़कर देखा जा रहा है.
पिछले महीने स्कूल में पैगंबर मोहम्मद साहब का कार्टून दिखाने पर पेरिस में एक एक युवक ने स्कूल टीचर की गला काटकर हत्या कर दी थी. इस पर फ्रांस के राष्ट्पति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) ने इस्लामिक आतंकवाद पर बयान दिया था, जिसके बाद से उनकी आलोचना हो रही है. खासकर तुर्की और पाकिस्तान फ्रांस की सबसे ज्यादा आलोचना कर रहे हैं.
बता दें कि इमरान खान ने तो मुस्लिम देशों को एक खत लिखकर पश्चिमी देशों के खिलाफ एकजुट होने की अपील कर डाली थी. उन्होंने कहा था कि इस्लामोफोबिया से ग्रस्त पश्चिम देशों की लीडरशिप को सही रास्ते पर लाने के लिए मुस्लिम देशों का एकजुट होना जरूरी है.
इमरान खान ने फ्रांस को लेकर खूब आलोचना की, लेकिन चीन के सामने पाकिस्तान की बोलती बंद हो गई. हाल ही में चीन के टीवी चैनल चाइना सेंट्रल टेलीविजन (सीसीटीवी) पर प्रसारित टीवी सीरीज में पैगंबर मोहम्मद का चित्र दिखाया गया था. ध्यान में रखने वाली बात यह है कि न तो चीन प्रशासन और न ही टीवी चैनल ने इस दावे का खंडन नहीं किया. क्योकि चीनी अधिकारियों को इससे कोई समस्या नहीं है. लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. तुर्की के राष्ट्रपति भी इस मुद्दे पर खामोश रहे.
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